Cryptocurrency क्या है | ये कितने प्रकार की होती है और इसे कैसे खरीदें

कल्पना कीजिए, जब आपके बच्चों की स्कूल फीस भरने के लिए आपको पैसे नहीं बल्कि Cryptocurrency की आवश्यकता हो। आज यह विचार अजीब लग सकता है, लेकिन भविष्य में यह पूरी तरह संभव हो सकता है। हो सकता है कि आने वाले समय में आप अपनी रोजमर्रा की खरीदारी, जैसे सब्ज़ी, किराना, या अन्य लेन-देन के लिए भी Cryptocurrency का इस्तेमाल कर रहे हों।

भले ही वर्तमान में हम कैश और डिजिटल वॉलेट्स पर निर्भर हैं, लेकिन जिस तेज़ी से Cryptocurrency पॉपुलर हो रही है और उसका उपयोग बढ़ रहा है, उससे यह साफ है कि भविष्य में Cryptocurrency हमारे लेन-देन के तरीकों में एक बड़ा बदलाव ला सकती है।

दुनिया के कई बड़े शहरों में तो Cryptocurrency से भुगतान की शुरुआत हो भी चुकी है। इस ट्रेंड को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि Cryptocurrency आने वाले समय में मुख्य धारा की मुद्रा बन सकती है।

अब आपके मन में भी यह सवाल आ रहा होगा:

  • Cryptocurrency आखिर है क्या?
  • इसका उपयोग कैसे किया जाता है?
  • इसे कैसे खरीदा और बेचा जाता है?
  • और सबसे महत्वपूर्ण, Cryptocurrency का भविष्य क्या है?

इन सभी सवालों का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेगा। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं, Cryptocurrency की दुनिया को विस्तार से।


Table of Contents

Cryptocurrency एक Digital या आभासी मुद्रा (Virtual Currency) है, जिसे अक्सर Crypto कहा जाता है। इसे डॉलर या रुपये की तरह प्रिंट नहीं किया जाता। यह पूरी तरह डिजिटल होती है और कंप्यूटर से कंप्यूटर में ट्रांसफर होती है।

यह एक विकेंद्रीकृत मुद्रा (Decentralized Currency) है, जिसका मतलब है कि इसे किसी सरकार, संस्था या बैंक द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता। पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम के विपरीत, यह मुद्रा पूरी तरह स्वतंत्र है।

Cryptocurrency का उपयोग मुख्य रूप से ऑनलाइन लेन-देन के लिए किया जाता है और इसे Cryptography द्वारा सुरक्षित किया जाता है। इसकी सुरक्षा इतनी मजबूत है कि इसे नकली बनाना या इसमें किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ करना लगभग असंभव है।


Cryptocurrency पहली बार 2009 में अस्तित्व में आई थी। इसका श्रेय Bitcoin नामक मुद्रा को दिया जाता है, जिसे एक अज्ञात व्यक्ति या समूह ने Satoshi Nakamoto के नाम से लॉन्च किया।

आज, केवल Bitcoin ही नहीं, बल्कि Ethereum, Ripple, Litecoin, और सैकड़ों अन्य क्रिप्टोकरेंसी बाजार में उपलब्ध हैं। इन सभी ने निवेशकों और उपयोगकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है।

  1. Cryptocurrency Wallet: इसे उपयोग करने के लिए सबसे पहले आपको एक Crypto Wallet की आवश्यकता होगी। यह वॉलेट डिजिटल मुद्रा को स्टोर करने और लेन-देन करने में मदद करता है।
  2. Crypto Exchange: आप विभिन्न Cryptocurrency Exchanges (जैसे Binance, Coinbase) से इसे खरीद और बेच सकते हैं।
  3. Payment Platforms: आज कई प्लेटफॉर्म और बिजनेस Cryptocurrency को पेमेंट के रूप में स्वीकार कर रहे हैं।

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Cryptocurrency का भविष्य बहुत उज्ज्वल माना जा रहा है। जैसे-जैसे डिजिटल तकनीक आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे यह मुद्रा भी मुख्य धारा में शामिल हो रही है।

  • बड़े-बड़े निवेशक, जैसे Elon Musk, ने Cryptocurrency में भारी निवेश किया है।
  • कई देश इसे कानूनी मान्यता देने की प्रक्रिया में हैं।
  • बड़े ब्रांड और कंपनियां, जैसे Tesla, Microsoft, PayPal, भी Cryptocurrency स्वीकार कर रही हैं।

क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में हर दिन नए इनोवेशन हो रहे हैं, और विभिन्न प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी अपनी विशिष्टताओं के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही हैं। आइए जानते हैं सबसे चर्चित और उपयोगी क्रिप्टोकरेंसी के बारे में, जो अपने उपयोग और तकनीकी विशेषताओं के कारण अलग पहचान बनाती हैं।


1. Bitcoin (BTC)

Bitcoin दुनिया की पहली और सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे 2009 में लॉन्च किया गया था। इसे Satoshi Nakamoto नामक किसी व्यक्ति या ग्रुप द्वारा बनाया गया था।

  • विशेषताएं:
    • विकेंद्रीकृत (Decentralized) मुद्रा
    • Blockchain तकनीक पर आधारित
    • सीमित आपूर्ति (21 मिलियन बिटकॉइन)
  • प्रभाव:
    आज बिटकॉइन को डिजिटल गोल्ड कहा जाता है और यह निवेशकों के बीच सबसे पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी है।

2. Ripple (XRP)

Ripple को खास तौर पर अंतरराष्ट्रीय लेन-देन को तेज़, सुरक्षित और किफायती बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

  • विशेषताएं:
    • कम समय में ट्रांजेक्शन प्रोसेसिंग (लगभग 4 सेकंड में)
    • कम फीस पर बड़े-बड़े अंतर्राष्ट्रीय ट्रांजेक्शन
    • USD, EUR, और Bitcoin जैसी मुद्राओं में लेन-देन की सुविधा
  • उपयोग:
    Ripple का उपयोग बैंक और वित्तीय संस्थान तेजी से कर रहे हैं, जिससे यह संस्थागत लेन-देन में एक प्रमुख नाम बन चुका है।

3. Litecoin (LTC)

Litecoin एक Peer-to-Peer (P2P) क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे 2011 में Charlie Lee द्वारा बनाया गया था। इसे बिटकॉइन का “छोटा भाई” भी कहा जाता है।

  • विशेषताएं:
    • तेज़ लेन-देन (Bitcoin की तुलना में 4 गुना तेज़)
    • छोटे और दैनिक लेन-देन के लिए आदर्श
    • उन्नत खनन प्रक्रिया (Mining Algorithm)
  • प्रभाव:
    Litecoin छोटे निवेशकों और रोज़मर्रा के उपयोगकर्ताओं के बीच लोकप्रिय है।

4. Ethereum (ETH)

Ethereum एक डिजिटल मुद्रा से कहीं ज्यादा है। यह एक Blockchain Platform है, जो Smart Contracts और Decentralized Applications (DApps) को सक्षम बनाता है।

  • विशेषताएं:
    • लेन-देन शुल्क और सेवाओं के भुगतान के लिए Ether (ETH) का उपयोग
    • Smart Contracts: स्वचालित और सुरक्षित अनुबंध
    • DApps: विकेंद्रीकृत एप्लिकेशंस बनाने का मंच
  • प्रभाव:
    Ethereum ने ब्लॉकचेन इंडस्ट्री को नई दिशा दी है और यह डेवलपर्स के बीच बहुत पॉपुलर है।

5. Dogecoin (DOGE)

Dogecoin की शुरुआत एक मजाक (Meme) के रूप में हुई थी, लेकिन आज यह करोड़ों निवेशकों की पसंदीदा क्रिप्टोकरेंसी बन चुकी है।

  • विशेषताएं:
    • मजाकिया और हल्का-फुल्का ब्रांड इमेज
    • सामुदायिक समर्थन और दान परियोजनाओं में उपयोग
    • बड़े निवेशकों, जैसे Elon Musk, का समर्थन
  • प्रभाव:
    Dogecoin की वर्तमान बाजार कीमत $40 बिलियन से अधिक है और यह तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इसे भविष्य में और भी ऊंचाई पर पहुंचने की उम्मीद है।

Cryptocurrency एक विकेंद्रीकृत डिजिटल करेंसी है, जो किसी भी सरकार या संस्था के नियंत्रण में नहीं होती। यह पूरी तरह से कंप्यूटर नेटवर्क्स पर आधारित है। क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने के लिए आप ब्रोकर ऐप्स या क्रिप्टो एक्सचेंज (जैसे CoinDCX, Binance आदि) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे डिजिटल वॉलेट में सुरक्षित रखा जा सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी में किसी भी प्रकार की भौतिक मुद्रा (Physical Currency) नहीं होती। इसके बदले, आपको केवल एक KEY (डिजिटल कोड) दी जाती है, जो आपके क्रिप्टो वॉलेट और लेन-देन को नियंत्रित करती है। इस KEY के माध्यम से आप क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करके भुगतान कर सकते हैं।


Cryptocurrency Blockchain तकनीक पर आधारित है। यह एक डिजिटल बही-खाता (Digital Ledger) है, जो क्रिप्टोकरेंसी के सभी लेन-देन का रिकॉर्ड रखता है। जब भी कोई क्रिप्टो ट्रांजेक्शन होता है, उसका डेटा ब्लॉकचेन पर स्टोर हो जाता है।

Blockchain तकनीक क्या है?

ब्लॉकचेन एक डिजिटल लेजर है, जो क्रिप्टोकरेंसी जैसे Bitcoin, Litecoin आदि के लेन-देन को रिकॉर्ड करता है।

  • जब भी कोई नया लेन-देन होता है, उसे तुरंत ब्लॉकचेन में जोड़ दिया जाता है।
  • ब्लॉकचेन तकनीक को सबसे सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसमें लेन-देन गोपनीय तरीके से होता है।
  • ब्लॉकचेन के डेटा तक सिर्फ दो पार्टियों (लेन-देन करने वाले) को ही पहुंच होती है। तीसरे पक्ष का इसमें कोई दखल नहीं होता।

ब्लॉकचेन की यह गोपनीयता और सुरक्षा इसे डिजिटल हेराफेरी से बचाने में मदद करती है।


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Crypto Mining एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें नए क्रिप्टो सिक्के बनाए जाते हैं और क्रिप्टोकरेंसी के लेन-देन को मान्य किया जाता है। यह प्रक्रिया कठिन गणितीय समीकरणों (जैसे पहेलियां, कोड, और डेटा गणना) को हल करने के लिए अल्ट्रा-हाई-पावर्ड कंप्यूटर का उपयोग करती है।

Crypto Mining की प्रक्रिया:

  1. जब भी कोई नया क्रिप्टो ट्रांजेक्शन होता है, तो उसे माइनिंग प्रोसेस के माध्यम से ब्लॉकचेन नेटवर्क पर वैलिडेट किया जाता है।
  2. माइनिंग में सफल होने पर माइनर को पुरस्कार के रूप में नए सिक्के (क्रिप्टोकरेंसी) मिलते हैं।
  3. माइनिंग न केवल नए सिक्के बनाने में मदद करती है, बल्कि यह सुनिश्चित करती है कि ट्रांजेक्शन पूरी तरह से वैध हो।

Crypto Mining के फायदे:

  • यह ब्लॉकचेन नेटवर्क को सुरक्षित और पारदर्शी बनाता है।
  • डिजिटल लेन-देन में किसी प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • माइनिंग के दौरान बही-खाता (Ledger) अपडेट किया जाता है, जिसमें एक खाते से राशि डेबिट और दूसरे में क्रेडिट होती है।

  1. सुरक्षा और गोपनीयता: Blockchain तकनीक लेन-देन को सुरक्षित और प्राइवेट बनाती है।
  2. विकेंद्रीकरण: किसी एक संस्था का नियंत्रण न होने से यह स्वतंत्र और पारदर्शी है।
  3. अंतरराष्ट्रीय उपयोग: क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया भर में कहीं भी उपयोग किया जा सकता है।
  4. निवेश का नया जरिया: Bitcoin और Ethereum जैसी क्रिप्टोकरेंसी आज निवेश के लिए बड़े प्लेटफॉर्म बन चुके हैं।

Cryptocurrency को खरीदने और बेचने की पूरी जानकारी

Cryptocurrency में निवेश करना आज के दौर में काफी प्रचलित हो गया है। हालांकि, इसे खरीदने और सुरक्षित रूप से स्टोर करने के लिए सही जानकारी होना बहुत ज़रूरी है। यहां हम आपको आसान भाषा में बताते हैं कि आप Cryptocurrency कैसे खरीद सकते हैं, इसे स्टोर कैसे करें, और जब मुनाफा चाहिए तो इसे बेच कैसे सकते हैं।


Cryptocurrency खरीदना एक सरल प्रक्रिया है, बस आपको नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करना है:

Step 1: एक प्लेटफ़ॉर्म चुनें

सबसे पहले, आपको एक भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज या ब्रोकर ऐप का चयन करना होगा। ये प्लेटफ़ॉर्म आपको क्रिप्टोकरेंसी खरीदने और बेचने की सुविधा देते हैं। भारत में कुछ लोकप्रिय ऐप्स और प्लेटफॉर्म हैं:

  • CoinDCX
  • ZebPay
  • CoinSwitch
  • WazirX
  • Unocoin

Step 2: प्रोफाइल बनाएं

प्लेटफ़ॉर्म का चयन करने के बाद, आपको ऐप पर अपनी प्रोफाइल बनानी होगी। प्रोफाइल बनाने के लिए आपको नीचे दिए गए डिटेल्स देने होंगे:

  • व्यक्तिगत जानकारी (Personal Details)
  • पैन कार्ड और बैंक की जानकारी
  • एक सेल्फी फोटो (Verification के लिए)

फोटो और डिटेल्स सबमिट करने के बाद, आपके रजिस्टर्ड नंबर पर एक OTP आएगा। इसे दर्ज करें, और आपका खाता सक्रिय हो जाएगा।

Step 3: फंड जोड़ें

Cryptocurrency खरीदने के लिए आपको ऐप में फंड जोड़ना होगा। इसके लिए आप fiat money (जैसे – रुपये, डॉलर, यूरो) का उपयोग कर सकते हैं। एक बार फंड जुड़ जाने के बाद, आप ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं।

Step 4: Cryptocurrency का चयन करें

ऐप में मौजूद लिस्ट से उस क्रिप्टोकरेंसी का चयन करें जिसे आप खरीदना चाहते हैं, जैसे कि Bitcoin, Ethereum, या Dogecoin।

Step 5: ऑर्डर प्लेस करें

क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के लिए ब्रोकर ऐप या एक्सचेंज पर ऑर्डर प्लेस करें। आप PayPal या Cash App जैसे फिनटेक ऐप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इनसे क्रिप्टोकरेंसी को खरीदना और बेचना काफी आसान हो जाता है।

Step 6: Cryptocurrency को स्टोर करें

क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के बाद, इसे सुरक्षित रखना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप इसे डिजिटल वॉलेट में स्टोर कर सकते हैं। वॉलेट के दो प्रकार हैं:

  1. हॉट वॉलेट
    • यह एक ऑनलाइन वॉलेट है।
    • इसे क्रिप्टो एक्सचेंज के माध्यम से इस्तेमाल किया जाता है।
    • इसमें साइबर अटैक का खतरा रहता है, इसलिए इसे सावधानीपूर्वक उपयोग करें।
  2. कोल्ड वॉलेट
    • यह एक ऑफलाइन वॉलेट है।
    • इसमें Cryptocurrency को USB ड्राइव या हार्डवेयर वॉलेट में स्टोर किया जाता है।
    • ध्यान दें कि इसमें आपको एक Key Code दिया जाता है। अगर आप इसे खो देते हैं, तो अपनी डिजिटल करेंसी तक पहुंच नहीं पाएंगे।

Cryptocurrency को स्टोर करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह डिजिटल संपत्ति है। कुछ एक्सचेंज स्टोरेज की सुविधा देते हैं, लेकिन ज़्यादातर मामलों में आपको इसे खुद सुरक्षित रखना पड़ता है।

  • हॉट वॉलेट का उपयोग करें जब आपको नियमित रूप से ट्रेडिंग करनी हो।
  • कोल्ड वॉलेट का उपयोग करें जब आप लंबी अवधि के लिए क्रिप्टोकरेंसी स्टोर करना चाहते हैं।

Cryptocurrency को बेचना खरीदने जितना ही आसान है। मान लीजिए, आपने CoinDCX ऐप का उपयोग करके क्रिप्टोकरेंसी खरीदी थी, और अब आप इसे बेचना चाहते हैं। निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:

  1. CoinDCX ऐप में लॉग इन करें।
  2. मार्केट्स सेक्शन में जाएं और उस Token (क्रिप्टोकरेंसी) का चयन करें जिसे आप बेचना चाहते हैं।
  3. Sell Now बटन पर क्लिक करें।
  4. बाज़ार मूल्य के आधार पर अपनी करेंसी की कीमत चुनें।
  5. Swipe to Sell पर क्लिक करें।
  6. बिक्री पूरी होने के बाद, आपको लेन-देन की पुष्टि मिल जाएगी।

महत्वपूर्ण टिप्स

  1. हमेशा एक सुरक्षित और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म का चयन करें।
  2. अपनी डिजिटल संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए मजबूत पासवर्ड और 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का उपयोग करें।
  3. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले मार्केट रिसर्च करें और इसके जोखिमों को समझें।
  4. लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए कोल्ड वॉलेट का उपयोग करें।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी का शुरुआती सफर

शुरुआती दौर में भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार का रुख काफी सख्त था। 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने क्रिप्टो ट्रेडिंग पर रोक लगाई थी। इसके बाद 2019 में इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया। हालांकि, मार्च 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के इस फैसले को पलट दिया और क्रिप्टो ट्रेडिंग को फिर से अनुमति दी।

2022 में क्रिप्टो पर बड़ा कदम:
2022 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट पेश करते समय घोषणा की कि क्रिप्टोकरेंसी पर लगा बैन हटाया जाएगा। इसके बाद भारत ने 1 दिसंबर 2022 को अपनी खुद की डिजिटल करेंसी Digital Rupee या CBDC (Central Bank Digital Currency) लॉन्च की, जो डिजिटल ट्रांजेक्शन की दुनिया में एक महत्वपूर्ण कदम था।


भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स

भारत में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30% टैक्स देना अनिवार्य है। यह टैक्स क्रिप्टो निवेश से हुए अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों प्रकार के लाभ पर लागू होता है।

इसके अतिरिक्त, 1% TDS (Tax Deducted at Source) का प्रावधान भी किया गया है। यह तब लागू होता है जब क्रिप्टो लेन-देन का मूल्य निर्धारित सीमा से अधिक हो।


क्या क्रिप्टोकरेंसी सुरक्षित है?

क्रिप्टोकरेंसी एक आभासी मुद्रा है, और इसे सुरक्षित बनाने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग किया जाता है। ब्लॉकचेन एक सार्वजनिक बहीखाता (Ledger) की तरह है, जहां हर लेन-देन का रिकॉर्ड सुरक्षित और गोपनीय तरीके से स्टोर होता है।

यह तकनीक इतनी सुरक्षित है कि इसे हैक करना या चुराना लगभग असंभव है। हालांकि, इसकी सुरक्षा उपयोगकर्ता पर भी निर्भर करती है कि वह किस प्रकार का वॉलेट (Hot Wallet या Cold Wallet) उपयोग कर रहा है और अपने लॉगिन क्रेडेंशियल्स को कितनी सावधानी से संभाल रहा है।


क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य

क्रिप्टोकरेंसी को आधुनिक जमाने की करेंसी कहा जाता है। भले ही शुरुआत में कुछ देशों ने इसे बैन कर दिया हो, लेकिन अब दुनिया भर में इसे अपनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है।

दुनिया के बड़े देश, जैसे अमेरिका, जापान और यूरोपीय देश, क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने और इसे वैध मुद्रा के रूप में मान्यता देने के प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले समय में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य उज्ज्वल है।

FAQs: क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

Q.1 – भारत की क्रिप्टोकरेंसी का नाम क्या है?

Ans – 1 दिसंबर 2022 को भारत ने अपनी डिजिटल करेंसी Digital Rupee या CBDC (Central Bank Digital Currency) लॉन्च की। यह भारत सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा संचालित है और डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए एक सुरक्षित माध्यम है।


Q.2 – क्या मुझे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहिए?

Ans – क्रिप्टोकरेंसी एक आभासी मुद्रा है। इसमें निवेश करना पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत पसंद और जोखिम सहने की क्षमता पर निर्भर करता है। निवेश करने से पहले संबंधित क्रिप्टोकरेंसी के बारे में गहराई से मार्केट रिसर्च जरूर करें। इससे आपको लाभ और जोखिम दोनों का स्पष्ट अंदाजा होगा।


Q.3 – वर्तमान में सबसे अच्छी क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है?

Ans – वर्तमान में सबसे अधिक प्रसिद्ध और उपयोग में लाई जाने वाली क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin (BTC) है। दुनिया में अभी तक 1 करोड़ से अधिक बिटकॉइन प्रचलन में हैं। इसके अलावा Ethereum (ETH) और Ripple (XRP) भी निवेशकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।


Q.4 – 1 बिटकॉइन की कीमत कितनी होती है?

Ans – इस लेख के लिखे जाने तक भारतीय रुपये में 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 51,28,900 रुपये है। हालांकि, यह कीमत स्थिर नहीं होती और यह हर दिन बाजार की स्थिति के आधार पर बदलती रहती है।


Q.5 – क्या क्रिप्टोकरेंसी को बंद किया जा सकता है?

Ans – क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मुद्रा है जो ब्लॉकचेन तकनीक और कंप्यूटर कोड्स पर आधारित है। इसे पूरी तरह से बंद करना असंभव है। हालांकि, विभिन्न देश अपनी नीतियों और नियमों के तहत इस पर रेगुलेटरी बैन लगा सकते हैं।


Q.6 – क्रिप्टोकरेंसी के लिए सबसे अच्छे ऐप्स कौन से हैं?

Ans – यदि आप क्रिप्टो ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो आप निम्नलिखित ऐप्स का उपयोग कर सकते हैं:

  • CoinSwitch
  • CoinDCX
  • WazirX
  • ZebPay
    ये ऐप्स सुरक्षित और उपयोग में आसान हैं। इसके अलावा, ये आपको रियल-टाइम अपडेट और विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करते हैं।

निष्कर्ष

यदि आप दीर्घकालिक निवेश करना चाहते हैं और भविष्य को ध्यान में रखते हुए अपने पोर्टफोलियो को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो क्रिप्टोकरेंसी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।

आज के समय में बिटकॉइन, एथेरियम, डॉगकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी तेजी से लोकप्रिय हो रही हैं। इनकी कीमतों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है।

क्रिप्टो निवेश के लाभ:

  • यह डिजिटल करेंसी है, और ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित होने के कारण इसे हैक करना मुश्किल है।
  • क्रिप्टोकरेंसी धीरे-धीरे मुख्यधारा के भुगतान का एक सामान्य साधन बनती जा रही है।
  • भविष्य में इसकी मांग और मूल्य में वृद्धि की संभावनाएं प्रबल हैं।

नोट: क्रिप्टो निवेश से पहले खुद रिसर्च करना और अपनी जोखिम सहने की क्षमता को समझना बेहद जरूरी है।