Job को छोड़कर किया बिज़नस और एक साल में कमाए 5 करोड़ रूपये | Business Idea 2024 India
आज हम आपको एक ऐसे सफल Business की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसे एक सॉफ़्टवेयर इंजीनियर ने अपनी प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर शुरू किया। यह कहानी बेंगलुरु के मनोहर अय्यर की है, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया की नेल्सन कंपनी से नौकरी छोड़ी और भारत लौटकर एक ऐसा बिज़नेस शुरू किया, जिससे आज उनका सालाना टर्नओवर 10 करोड़ रुपये है। आइए जानते हैं मनोहर अय्यर की इस प्रेरणादायक यात्रा के बारे में और उनके द्वारा अपनाए गए Business ideas के बारे में।
सॉफ़्टवेयर इंजीनियर से सफल उद्यमी बनने की प्रेरणादायक कहानी
कौन हैं मनोहर अय्यर?
मनोहर अय्यर, बेंगलुरु के रहने वाले हैं और एक कुशल सॉफ़्टवेयर इंजीनियर रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में कैपजेमिनी कंपनी के साथ अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने कैपको, नेल्सन और एक्सेंचर जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में भी काम किया। उनकी प्रोफेशनल यात्रा जितनी प्रभावशाली थी, उतनी ही साहसी थी उनकी उद्यमिता की राह।
कच्ची घानी कोल्ड-प्रेस्ड तेल (Business Idea 2024 India)
मनोहर अय्यर ने 2015 में अपने दोस्तों के साथ मिलकर ‘कोल्ड प्रेस्ड तेल’ के व्यवसाय पर चर्चा की। कच्ची घानी या कोल्ड प्रेस्ड विधि से तेल निकालने का मतलब है बिना गर्मी या रसायन के, बीजों से तेल निकालना। इस प्रक्रिया में तेल अपने पोषक तत्व और प्राकृतिक गुणों को बरकरार रखता है।
आइडिया कहां से आया?
2014 में, जब मनोहर कैपजेमिनी कंपनी में काम कर रहे थे, तब वे एक बार भारत लौटे और एयरपोर्ट लाउंज में उन्होंने मूंगफली के तेल और मूंगफली के दामों में असामान्यता देखी। मूंगफली का तेल 110 रुपये प्रति लीटर और मूंगफली 120 रुपये प्रति किलो बिक रही थी। उन्होंने जिज्ञासावश रिसर्च किया और पाया कि कोल्ड प्रेस्ड तेल की परंपरागत विधि लगभग विलुप्त हो चुकी थी और बाजार में केवल रिफाइंड तेल ही उपलब्ध थे।
कोल्ड प्रेस्ड विधि: Traditional and Healthy
कच्ची घानी या कोल्ड प्रेस्ड विधि में बीजों को भारी पत्थरों के बीच दबाकर तेल निकाला जाता है। यह प्रक्रिया बिना गर्म किए होती है, जिससे तेल में प्राकृतिक पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट बरकरार रहते हैं। यह तेल स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक होता है।
सप्तम फूड्स की शुरुआत
2018 में, नेल्सन कंपनी में काम करते हुए मनोहर ने मलेशिया से भारत लौटने का फैसला किया। अगस्त 2018 में वे भारत आए और 2019 में ‘सप्तम फूड एंड बेवरेज’ नाम से अपनी कंपनी की नींव रखी। उन्होंने 50 लाख रुपये के शुरुआती निवेश से इस बिज़नेस को शुरू किया।
कंपनी का विस्तार और सफलता
सप्तम कंपनी आज हर साल लगभग 5 लाख लीटर तेल का उत्पादन करती है। कंपनी मूंगफली, नारियल, बादाम, कलौंजी, और अन्य बीजों से 14 प्रकार के कोल्ड प्रेस्ड तेल बनाती है। मनोहर की यह कंपनी 10 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार कर रही है और भारतीय बाजार में शुद्ध और प्राकृतिक तेल की मांग को पूरा कर रही है।
मनोहर अय्यर से सीखने योग्य बातें
- जिज्ञासा और रिसर्च: किसी भी असामान्यता को देखकर सवाल उठाना और उस पर रिसर्च करना सफलता की पहली सीढ़ी हो सकती है।
- साहसिक निर्णय: प्रतिष्ठित नौकरी छोड़कर एक नया व्यवसाय शुरू करना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन मनोहर का यह निर्णय उनके विश्वास और दृष्टिकोण को दर्शाता है।
- परंपरा और नवाचार का संगम: परंपरागत विधियों को आधुनिक तकनीक के साथ मिलाकर सफलता पाई जा सकती है।
निष्कर्ष
मनोहर अय्यर की कहानी हमें यह सिखाती है कि सही दृष्टिकोण और मेहनत से कोई भी बिज़नेस सफल हो सकता है। कोल्ड प्रेस्ड तेल का उनका आइडिया एक परंपरागत विधि को पुनर्जीवित करने का बेहतरीन उदाहरण है। उनकी सफलता यह भी दिखाती है कि भारतीय बाजार में शुद्ध और प्राकृतिक उत्पादों की कितनी मांग है।