Internet दो शब्द इंटर और नेट से मिलकर बना है जिसमे इंटर का मतलब इंटरनेशनल है और net का मतलब नेटवर्क से है. इन्टरनेट को आसान वाक्यों में कहे तो internet एक दुसरे से connect कई computers का एक जाल है.
यह एक ग्लोबल कंप्यूटर नेटवर्क है जो अनेक प्रकार की इनफार्मेशन और communication provide करता है. इन्टरनेट के इस जाल में दुनिया भर में इनफार्मेशन और डाटा को एक दुसरे जगह पर सेंड किया जा सकता है इस इनफार्मेशन और डाटा में “text, image, songs” इत्यादि कुछ भी हो सकता है.
Internet Tcp/Ip protocol के माद्यम से एक दुसरे कंप्यूटर में डाटा का आदान प्रदान होता है.
इस इन्टरनेट के जाल में पूरी दुनिया भर में बहुत से पब्लिक organization, प्राइवेट आर्गेनाईजेशन, schools, colleges, hospitals, और servers भी है.
Internet एक global network है जो LAN,MAN, WAN का collection है जिसका विभिन्न computers के मध्य सुचना का आदान प्रदान करता है. इसमें डाटा को फाइबर ऑप्टिक केबल के माध्यम से transfer होता है जो टेलीफोन कम्पनीज के ownership में है.
सबसे पहले एजेंसी ने ARPANET की स्थापना 1969 में की जिसे किसी भी कंप्यूटर को कंप्यूटर से आपस में जोड़ा जा सकता था.
Internet की शुरुवात 1 January 1983 को हुयी थी. जिसे ARPANET ने TCP/IP को adopt किया और उसके बाद researchers ने काम करना शुरू किया. पहले इसका नाम “network of networks” कहा जाता था, बाद में इसे internet कहा जाने लगा.
भारत में इन्टरनेट service की शुरुवात 1995 में हुयी जिसे VSNL के द्वारा launch किया गया.
इन्टरनेट को चलाने के लिए कुछ हार्डवेयर और सॉफ्टवेर की जरूरत पढ़ती है जिसके बिना इन्टरनेट को चलाया नही जा सकता. कुछ हार्डवेयर जो इन्टरनेट को चलाने के लिए प्रयोग किये जाते है.
Router एक device है जो incoming packets को receive करके और उनको analysis करके उसको next point तक सेंड करता है. इन्टरनेट facility को बहुत माध्यम के द्वारा प्रयोग किया जाता है जैसे dial-up के द्वारा इन्टरनेट कनेक्शन लेने के लिए dialup मॉडेम का प्रयोग किया जाता है. यदि wireless के लिए wireless मॉडेम का प्रयोग करते है.
Intranet एक तरह से private network है जिसका प्रयोग छोटी संस्थायो के लिए किया जाता है जैसे कोई company, कॉलेज या स्कूल हो सकता है. जिसे हम LAN भी कहते है.
यह पूरी तरह से secure नेटवर्क है और इसे चलाने के लिए username और password की आवश्कता होती है. बिना username या id के बगैर इसको access नही किया जा सकता इसलिए तो इसका hacking का खतरा कम होता है और ज्यादा secure होता है.
इस नेटवर्क में कुछ कंप्यूटर आपस में एक दुसरे से जुड़े होते है और डाटा का आदान प्रदान करते है.
इंट्रानेट को हम मिनी इन्टरनेट भी कहते है.
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Extranet भी इंट्रानेट का ही एक पार्ट है. जब भी internet के द्वारा इंट्रानेट में access किया जाता है तो जो उस access करने की प्रक्रिया है उसे भी एक्सट्रानेट कहा जाता है.
एक्सट्रानेट एक ऐसा नेटवर्क है जो tcp/ip पर depend होता है.
इससे हम ऐसे भी कह सकते है कि जब कोई इन्टरनेट का use करता है और वह अपनी इनफार्मेशन नेटवर्क के बाहर प्रदान करना चाहते है तो उसे बाहर के person को एक username और password देखकर इन्टरनेट के द्वारा डाटा का आदान प्रदान करना होता है.
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Conclusion
अब तक आपने सिखा What is the internet and Difference between Internet and Intranet. इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको पता लग गया होगा कि इन्टरनेट क्या है और इंट्रानेट क्या है और इन दोनों में क्या differences है. यदि आपको ये पोस्ट अच्छा लगा है तो प्लीज इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे और यदि आपको इस पोस्ट से related कोई doubt है तो आप हमे comment कर सकते है. इस पोस्ट को पढ़ने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद !
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