आज के इस आर्टिकल में हम सीखेंगे कि क्रॉस सेल्लिंग और upselling(Upselling Meaning) क्या होती है और क्या क्या तकनीक है यदि आप भी जानना चाहते है तो इस पोस्ट को लास्ट तक जरुर पढ़े और जाने –
क्रॉस-सेलिंग, जिसे हिंदी में “जोड़ बिक्री” या “जुड़ी हुई बिक्री” भी कहा जाता है, एक बिक्री तकनीक है जिसका उपयोग मौजूदा ग्राहकों को अतिरिक्त प्रोडक्ट या सेवाएँ बेचने के लिए किया जाता है जो उनकी प्राथमिक खरीद को पूरा करती हैं या उनकी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के साथ संरेखित हैं.
दूसरे शब्दों में, क्रॉस-सेलिंग आपके ग्राहक की वर्तमान खरीदारी के आधार पर सुझाव देते हुए उनके मूल ऑर्डर की वैल्यू बढ़ाने के बारे में है. यह मौजूदा रिश्तों को मजबूत बनाता है, ग्राहकों की ज़रूरतों को बेहतर तरीके से पूरा करता है, और आपके व्यवसाय के लिए राजस्व बढ़ाता है.
यहाँ कुछ उदाहरण हैं कि क्रॉस-सेलिंग कैसे काम कर सकती है:
क्रॉस-सेलिंग का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
क्रॉस-सेलिंग सही तरीके से लागू करने पर आपके व्यवसाय के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है. यह आपको अपने ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ाने, बिक्री बढ़ाने और अपने लाभ को अधिकतम करने में मदद कर सकती है.
परिचय (Introduction)
आप किसी कपड़ों की दुकान पर जाते हैं और एक शर्ट चुनते हैं. लेकिन दुकानदार सिर्फ शर्ट दिखाने तक ही सीमित नहीं रहता. वो आपको उस शर्ट से मैच करने वाली पैंट, बेल्ट, जूते, और यहां तक कि एक टोपी भी दिखाता है! यही क्रॉस-सेलिंग है. यह एक बिक्री तकनीक है जो ग्राहकों को उनके मूल खरीद के साथ जुड़े हुए या पूरक उत्पाद या सेवाएं बेचने पर केंद्रित है. इसके कई फायदे हैं:
ग्राहक को समझें (Understand the Customer)
क्रॉस-सेलिंग का सबसे महत्वपूर्ण नियम है ग्राहक को समझना. आपको यह जानना होगा कि ग्राहक क्या खरीद रहा है, उसकी ज़रूरतें क्या हैं, और वह कितना खर्च करने को तैयार है. इससे आप उसी के हिसाब से प्रासंगिक सुझाव दे सकते हैं और उन्हें बेचने की संभावना बढ़ा सकते हैं.
जुड़े हुए प्रोडक्ट्स की पहचान करें (Identify Complementary Products)
हर प्रोडक्ट के साथ कुछ ऐसे जुड़े हुए प्रोडक्ट्स होते हैं जो उसकी उपयोगिता बढ़ाते हैं. उदाहरण के लिए, एक फोन के साथ हेडफ़ोन या पावर बैंक बेचना, एक शर्ट के साथ पैंट या बेल्ट बेचना, या एक कंप्यूटर के साथ प्रिंटर या मॉनिटर बेचना. ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें और ग्राहकों को सुझाएं.
समय का ध्यान रखें (Mind the Timing)
क्रॉस-सेलिंग का समय भी महत्वपूर्ण है. ग्राहक को तब सुझाव दें जब वह खरीदारी करने के लिए तैयार हो. उदाहरण के लिए, चेकआउट के समय क्रॉस-सेलिंग करना सबसे अच्छा विकल्प होता है. ग्राहक पहले ही एक प्रोडक्ट खरीदने का निर्णय ले चुका होता है, इसलिए उसे जुड़े हुए प्रोडक्ट खरीदने के लिए राजी करना आसान होता है.
पेशकश को आकर्षक बनाएं (Make the Offer Appealing)
कोई भी ग्राहक ऐसा प्रोडक्ट नहीं खरीदेगा जो उसे बेकार लगे या उसकी ज़रूरतों को पूरा न करे. इसलिए, अपने क्रॉस-सेलिंग ऑफर को आकर्षक बनाएं. ग्राहक को बताएं कि जुड़े हुए प्रोडक्ट कैसे उसकी ज़रूरतों को पूरा करेगा और उसके अनुभव को बेहतर बनाएगा. आप छूट, बंडल डील्स या अन्य ऑफर्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
कुछ उदाहरण (Some Examples)
अभ्यास ही सफलता की कुंजी (Practice is the Key to Success)
क्रॉस-सेलिंग एक कला है और इसे सीखने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है. अपने बिक्री कर्मचारियों को क्र
अपसेलिंग एक बिक्री तकनीक है जहां विक्रेता ग्राहक को मूल रूप से चुने गए उत्पाद के बजाय अधिक महंगा या उन्नत संस्करण खरीदने के लिए प्रेरित करता है. इसे ग्राहक की खरीद शक्ति बढ़ाने का एक तरीका भी कहा जा सकता है.
सोचिए, आप एक स्मार्टफोन खरीदने के लिए किसी स्टोर पर गए हैं. सेल्सपर्सन आपको बेसिक मॉडल दिखाता है, लेकिन फिर वह आपको प्रीमियम मॉडल दिखाता है जिसमें बेहतर कैमरा, अधिक स्टोरेज और तेज प्रोसेसर है. वह इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रीमियम मॉडल लंबे समय में आपके लिए बेहतर विकल्प होगा और आपको एक बेहतर अनुभव देगा. यह अपसेलिंग का एक उदाहरण है.
कुछ अन्य उदाहरणों में शामिल हैं:
अपसेलिंग प्रभावी ढंग से करने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
अपसेलिंग को सही तरीके से लागू करने पर आपके व्यवसाय के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है. यह आपको अपने ग्राहकों के साथ संबंध बनाने में मदद कर सकती है, बिक्री बढ़ाने में मदद कर सकती है और आपके लाभ को अधिकतम कर सकती है.
आप किसी स्मार्टफोन की दुकान पर जाते हैं और एक बेसिक मॉडल देखते हैं. लेकिन तब दुकानदार आपको प्रीमियम मॉडल दिखाता है, जिसमें बेहतर कैमरा, ज़्यादा स्टोरेज और तेज प्रोसेसर है. वो इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रीमियम मॉडल लंबे समय में आपके लिए बेहतर विकल्प होगा और आपको एक बेहतर अनुभव देगा. यही Upselling है!
Upselling एक बिक्री तकनीक है जहां आप ग्राहक को उनके मूल चयन के बजाय अधिक महंगे या उन्नत संस्करण को खरीदने के लिए प्रेरित करते हैं. यह ज़्यादा कमाई करने का एक सीधा तरीका है, लेकिन इसे सही तरीके से करना ज़रूरी है. यहाँ कुछ Upselling तकनीकें हैं जो आपके काम आ सकती हैं:
ग्राहक की ज़रूरतों को समझें: यही सबकुछ की नींव है. जानिए वो क्या खरीद रहे हैं, उनकी ज़रूरतें क्या हैं, और वे कितना खर्च कर सकते हैं. तब उनकी ज़रूरतों के हिसाब से सुझाव दें.
मूल्य पर ज़ोर दें: सिर्फ इसलिए कि महंगा है, इसका मतलब यह नहीं कि ग्राहक ज़्यादा खर्च करना चाहेंगे. उन्हें बताएं कि उन्नत संस्करण उनके अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा और उनकी ज़रूरतों को कैसे पूरा करेगा.
प्रस्ताव को आकर्षक बनाएं: छूट, बंडल डील्स, मुफ्त सामान या एक्सटेंडेड वारंटी का इस्तेमाल करें. ज़्यादा मूल्य दिखाएं.
तुलना करें: बेसिक और उन्नत संस्करण की विशेषताओं की स्पष्ट तुलना करें. ग्राहक तभी समझ पाएंगे कि ज़्यादा खर्च करना क्यों फायदेमंद है.
समय का ध्यान रखें: ग्राहक को तब सुझाव दें जब वो खरीदारी करने के लिए तैयार हो, जैसे चेकआउट के समय.
दबाव न डालें: ग्राहक को स्वतंत्र महसूस कराएं. सिर्फ सुझाव दें, ज़बरदस्ती न करें.
उदाहरण:
याद रखें: Upselling एक कला है. अभ्यास करें, ग्राहकों को अच्छी तरह से समझें, और उनके अनुभव को बेहतर बनाने पर ध्यान दें. इससे आप ज़्यादा बिक्री करेंगे और ज़्यादा खुश ग्राहक बनाएंगे.
मुझे आशा है कि यह जानकारी आपको Upselling को समझने में मदद करेगी. क्या आपके पास कोई और सवाल है?
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