Upselling and Cross Selling क्या है Cross Selling and Upselling Meaning

आज के इस आर्टिकल में हम सीखेंगे कि क्रॉस सेल्लिंग और upselling(Upselling Meaning) क्या होती है और क्या क्या तकनीक है यदि आप भी जानना चाहते है तो इस पोस्ट को लास्ट तक जरुर पढ़े और जाने –

Meaning of Cross Selling

क्रॉस-सेलिंग, जिसे हिंदी में “जोड़ बिक्री” या “जुड़ी हुई बिक्री” भी कहा जाता है, एक बिक्री तकनीक है जिसका उपयोग मौजूदा ग्राहकों को अतिरिक्त प्रोडक्ट या सेवाएँ बेचने के लिए किया जाता है जो उनकी प्राथमिक खरीद को पूरा करती हैं या उनकी आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं के साथ संरेखित हैं.

दूसरे शब्दों में, क्रॉस-सेलिंग आपके ग्राहक की वर्तमान खरीदारी के आधार पर सुझाव देते हुए उनके मूल ऑर्डर की वैल्यू बढ़ाने के बारे में है. यह मौजूदा रिश्तों को मजबूत बनाता है, ग्राहकों की ज़रूरतों को बेहतर तरीके से पूरा करता है, और आपके व्यवसाय के लिए राजस्व बढ़ाता है.

यहाँ कुछ उदाहरण हैं कि क्रॉस-सेलिंग कैसे काम कर सकती है:

  • एक फोन खरीदने के बाद एक केस और स्क्रीन प्रोटेक्टर का सुझाव देना.
  • एक हाउस पेंट लेने के बाद ब्रश और प्राइमर का सुझाव देना.
  • एक रेस्तरां में भोजन ऑर्डर करने के बाद पेय पदार्थ या मिठाई का सुझाव देना.
  • एक ऑनलाइन स्टोर में किसी कपड़े के साथ मेल खाते जूते या बैग का सुझाव देना.

क्रॉस-सेलिंग का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • ग्राहक की ज़रूरतों को समझें: जो सुझाव आप देते हैं वे ग्राहक की खरीदारी और ज़रूरतों के लिए प्रासंगिक होने चाहिए. बेतरतीब सुझाव देने से नतीजे उलटे हो सकते हैं.
  • मूल्य पर ज़ोर दें: सिर्फ इसलिए कि यह महंगा है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह ग्राहक के लिए मूल्यवान होगा. क्रॉस-सेलिंग के दौरान, अतिरिक्त प्रोडक्ट या सेवा के लाभों को स्पष्ट रूप से समझाएं और बताएं कि यह उनके अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा.
  • सुविधाजनक बनाएं: ग्राहक आसानी से क्रॉस-सेलिंग वाले प्रोडक्ट या सेवा को अपनी मूल बिक्री में जोड़ सकें, यह सुनिश्चित करें. जटिल या समय-व्यवसायी प्रक्रियाओं से बचना चाहिए.
  • कोई दबाव नहीं: ग्राहक को सहज महसूस कराएं और उन पर दबाव डालने से बचें. उन्हें आपके सुझावों पर विचार करने के लिए पर्याप्त जगह दें और अपने निर्णय लेने दें.

क्रॉस-सेलिंग सही तरीके से लागू करने पर आपके व्यवसाय के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है. यह आपको अपने ग्राहकों की संतुष्टि बढ़ाने, बिक्री बढ़ाने और अपने लाभ को अधिकतम करने में मदद कर सकती है.

क्रॉस-सेलिंग तकनीकें (Cross-Selling Techniques)

परिचय (Introduction)

आप किसी कपड़ों की दुकान पर जाते हैं और एक शर्ट चुनते हैं. लेकिन दुकानदार सिर्फ शर्ट दिखाने तक ही सीमित नहीं रहता. वो आपको उस शर्ट से मैच करने वाली पैंट, बेल्ट, जूते, और यहां तक ​​कि एक टोपी भी दिखाता है! यही क्रॉस-सेलिंग है. यह एक बिक्री तकनीक है जो ग्राहकों को उनके मूल खरीद के साथ जुड़े हुए या पूरक उत्पाद या सेवाएं बेचने पर केंद्रित है. इसके कई फायदे हैं:

  • बिक्री बढ़ाना: क्रॉस-सेलिंग से आप औसत बिल राशि बढ़ा सकते हैं और बिना ज्यादा मेहनत के अधिक कमाई कर सकते हैं.
  • ग्राहक संतुष्टि बढ़ाना: जब आप ग्राहकों को उनकी ज़रूरतों को पूरा करने वाले अतिरिक्त उत्पाद सुझाते हैं, तो इससे उनके अनुभव में सुधार होता है और वे आपसे ज़्यादा खुश होते हैं.
  • रिश्ते मजबूत करना: क्रॉस-सेलिंग ग्राहकों के साथ बातचीत को बढ़ावा देती है और उनके साथ आपका रिश्ता मजबूत बनाती है.

ग्राहक को समझें (Understand the Customer)

क्रॉस-सेलिंग का सबसे महत्वपूर्ण नियम है ग्राहक को समझना. आपको यह जानना होगा कि ग्राहक क्या खरीद रहा है, उसकी ज़रूरतें क्या हैं, और वह कितना खर्च करने को तैयार है. इससे आप उसी के हिसाब से प्रासंगिक सुझाव दे सकते हैं और उन्हें बेचने की संभावना बढ़ा सकते हैं.

जुड़े हुए प्रोडक्ट्स की पहचान करें (Identify Complementary Products)

हर प्रोडक्ट के साथ कुछ ऐसे जुड़े हुए प्रोडक्ट्स होते हैं जो उसकी उपयोगिता बढ़ाते हैं. उदाहरण के लिए, एक फोन के साथ हेडफ़ोन या पावर बैंक बेचना, एक शर्ट के साथ पैंट या बेल्ट बेचना, या एक कंप्यूटर के साथ प्रिंटर या मॉनिटर बेचना. ऐसे प्रोडक्ट्स की पहचान करें और ग्राहकों को सुझाएं.

समय का ध्यान रखें (Mind the Timing)

क्रॉस-सेलिंग का समय भी महत्वपूर्ण है. ग्राहक को तब सुझाव दें जब वह खरीदारी करने के लिए तैयार हो. उदाहरण के लिए, चेकआउट के समय क्रॉस-सेलिंग करना सबसे अच्छा विकल्प होता है. ग्राहक पहले ही एक प्रोडक्ट खरीदने का निर्णय ले चुका होता है, इसलिए उसे जुड़े हुए प्रोडक्ट खरीदने के लिए राजी करना आसान होता है.

पेशकश को आकर्षक बनाएं (Make the Offer Appealing)

कोई भी ग्राहक ऐसा प्रोडक्ट नहीं खरीदेगा जो उसे बेकार लगे या उसकी ज़रूरतों को पूरा न करे. इसलिए, अपने क्रॉस-सेलिंग ऑफर को आकर्षक बनाएं. ग्राहक को बताएं कि जुड़े हुए प्रोडक्ट कैसे उसकी ज़रूरतों को पूरा करेगा और उसके अनुभव को बेहतर बनाएगा. आप छूट, बंडल डील्स या अन्य ऑफर्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

कुछ उदाहरण (Some Examples)

  • एक रेस्तरां में भोजन ऑर्डर करने के बाद वेटर द्वारा पेय पदार्थ या मिठाई का सुझाव देना.
  • एक ऑनलाइन स्टोर में किसी कपड़े के साथ मेल खाते जूते या बैग का सुझाव देना.
  • एक इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर में टीवी खरीदने के बाद साउंडबार या माउंट का सुझाव देना.
  • एक स्पोर्ट्स स्टोर में जूते खरीदने के बाद जु़र्राबों या सफाई स्प्रे का सुझाव देना.

अभ्यास ही सफलता की कुंजी (Practice is the Key to Success)

क्रॉस-सेलिंग एक कला है और इसे सीखने के लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है. अपने बिक्री कर्मचारियों को क्र

Meaning of Upselling (upselling Meaning)

अपसेलिंग एक बिक्री तकनीक है जहां विक्रेता ग्राहक को मूल रूप से चुने गए उत्पाद के बजाय अधिक महंगा या उन्नत संस्करण खरीदने के लिए प्रेरित करता है. इसे ग्राहक की खरीद शक्ति बढ़ाने का एक तरीका भी कहा जा सकता है.

सोचिए, आप एक स्मार्टफोन खरीदने के लिए किसी स्टोर पर गए हैं. सेल्सपर्सन आपको बेसिक मॉडल दिखाता है, लेकिन फिर वह आपको प्रीमियम मॉडल दिखाता है जिसमें बेहतर कैमरा, अधिक स्टोरेज और तेज प्रोसेसर है. वह इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रीमियम मॉडल लंबे समय में आपके लिए बेहतर विकल्प होगा और आपको एक बेहतर अनुभव देगा. यह अपसेलिंग का एक उदाहरण है.

कुछ अन्य उदाहरणों में शामिल हैं:

  • एक रेस्तरां में वेटर आपको अधिक महंगी वाइन का सुझाव दे रहा है
  • एक कार डीलर आपको उच्च ट्रिम स्तर वाली कार खरीदने के लिए प्रेरित कर रहा है
  • एक होटल आपको क्लब लाउंज तक पहुंच के साथ अपग्रेडेड कमरे का सुझाव दे रहा है

अपसेलिंग प्रभावी ढंग से करने के लिए, कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  • ग्राहक की ज़रूरतों को समझें: यह सुनिश्चित करें कि आप जो सुझाव दे रहे हैं वे ग्राहक की ज़रूरतों और बजट के अनुरूप हैं. बेतरतीब सुझाव देने से ग्राहक नाराज़ हो सकता है.
  • मूल्य पर ज़ोर दें: सिर्फ इसलिए कि यह महंगा है, इसका मतलब यह नहीं है कि यह ग्राहक के लिए मूल्यवान होगा. अपसेलिंग के दौरान, अतिरिक्त प्रोडक्ट या सेवा के लाभों को स्पष्ट रूप से समझाएं और बताएं कि यह उनके अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा.
  • कोई दबाव नहीं: ग्राहक को सहज महसूस कराएं और उन पर दबाव डालने से बचें. उन्हें आपके सुझावों पर विचार करने के लिए पर्याप्त जगह दें और अपने निर्णय लेने दें.
  • प्राकृतिक संवाद: अपसेलिंग को बातचीत का एक स्वाभाविक हिस्सा बनाएं. जब तक यह प्रासंगिक हो, तब तक ही सुझाव दें और ग्राहक के सवालों के जवाब दें.

अपसेलिंग को सही तरीके से लागू करने पर आपके व्यवसाय के लिए एक शक्तिशाली उपकरण हो सकती है. यह आपको अपने ग्राहकों के साथ संबंध बनाने में मदद कर सकती है, बिक्री बढ़ाने में मदद कर सकती है और आपके लाभ को अधिकतम कर सकती है.

Upselling तकनीकें: अपने ग्राहकों को ज़्यादा खुश, अपनी बिक्री को ज़्यादा बढ़ाओ (Upselling Techniques: Happier Customers, Higher Sales)

आप किसी स्मार्टफोन की दुकान पर जाते हैं और एक बेसिक मॉडल देखते हैं. लेकिन तब दुकानदार आपको प्रीमियम मॉडल दिखाता है, जिसमें बेहतर कैमरा, ज़्यादा स्टोरेज और तेज प्रोसेसर है. वो इस बात पर ज़ोर देता है कि प्रीमियम मॉडल लंबे समय में आपके लिए बेहतर विकल्प होगा और आपको एक बेहतर अनुभव देगा. यही Upselling है!

Upselling एक बिक्री तकनीक है जहां आप ग्राहक को उनके मूल चयन के बजाय अधिक महंगे या उन्नत संस्करण को खरीदने के लिए प्रेरित करते हैं. यह ज़्यादा कमाई करने का एक सीधा तरीका है, लेकिन इसे सही तरीके से करना ज़रूरी है. यहाँ कुछ Upselling तकनीकें हैं जो आपके काम आ सकती हैं:

ग्राहक की ज़रूरतों को समझें: यही सबकुछ की नींव है. जानिए वो क्या खरीद रहे हैं, उनकी ज़रूरतें क्या हैं, और वे कितना खर्च कर सकते हैं. तब उनकी ज़रूरतों के हिसाब से सुझाव दें.

मूल्य पर ज़ोर दें: सिर्फ इसलिए कि महंगा है, इसका मतलब यह नहीं कि ग्राहक ज़्यादा खर्च करना चाहेंगे. उन्हें बताएं कि उन्नत संस्करण उनके अनुभव को कैसे बेहतर बनाएगा और उनकी ज़रूरतों को कैसे पूरा करेगा.

प्रस्ताव को आकर्षक बनाएं: छूट, बंडल डील्स, मुफ्त सामान या एक्सटेंडेड वारंटी का इस्तेमाल करें. ज़्यादा मूल्य दिखाएं.

तुलना करें: बेसिक और उन्नत संस्करण की विशेषताओं की स्पष्ट तुलना करें. ग्राहक तभी समझ पाएंगे कि ज़्यादा खर्च करना क्यों फायदेमंद है.

समय का ध्यान रखें: ग्राहक को तब सुझाव दें जब वो खरीदारी करने के लिए तैयार हो, जैसे चेकआउट के समय.

दबाव न डालें: ग्राहक को स्वतंत्र महसूस कराएं. सिर्फ सुझाव दें, ज़बरदस्ती न करें.

उदाहरण:

  • रेस्तरां में वेटर वाइन की ज़्यादा महंगी बोतल सुझाए.
  • मोबाइल स्टोर में सेल्सपर्सन प्रीमियम स्मार्टफोन मॉडल सुझाए.
  • कपड़ों की दुकान में दुकानदार शर्ट के साथ मैचिंग सूट भी दिखाए.

याद रखें: Upselling एक कला है. अभ्यास करें, ग्राहकों को अच्छी तरह से समझें, और उनके अनुभव को बेहतर बनाने पर ध्यान दें. इससे आप ज़्यादा बिक्री करेंगे और ज़्यादा खुश ग्राहक बनाएंगे.

मुझे आशा है कि यह जानकारी आपको Upselling को समझने में मदद करेगी. क्या आपके पास कोई और सवाल है?

Bhushan
Bhushanhttp://www.bloggerkey.com
I am Bhushan Garg MCA Holder and 30 years old young Enterpreneur. By profession I'm a Blogger, Computer Trainer, and SEO Optimizer.

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