Database Kya hai | What is Database in Hindi
नमस्कार, आज हम इस आर्टिकल में ऐसे टॉपिक के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिसका उपयोग हर वह व्यक्ति कर रहा है। जिसके पास लैपटॉप, पीसी और मोबाइल फोन है। लैपटॉप, पीसी, मोबाइल फोन जिस सिस्टम से काम करते हैं। वह एक data आधारित सिस्टम होता है। और उसी data को हमें अपने पास सुरक्षित सेव करने के लिए एक database की जरूरत पड़ती है।
आजकल होने वाले रोजाना के कार्य धीरे-धीरे digital होते जा रहे हैं। लेकिन यही काम पहले के समय में हमें नोटबुक, पत्रों, फाइलों दवारा संजोग कर रखने पड़ते थे। जो कि बहुत ज्यादा space consuming थे। लेकिन आज का दौर digital होते जा रहा है। जिसके कारण किसी भी प्रकार के इंफॉर्मेशन को पेज के बिना हम अपने सिस्टम में database के कारण संभाल कर रख सकते हैं।
जैसा कि हमें पता है। आजकल सभी लोग लैपटॉप या मोबाइल का यूज कर रहे हैं। और जिसमें हमारे द्वारा रखी हुई वीडियोस, फोटो ,सॉफ्टवेयर ,एप्लीकेशन आदि सब को रखने के लिए एक स्टोरेज की जरूरत होती है। और उसी स्टोरेज को उपलब्ध कराने का काम database करता है।
हमारे साथ बने रहिये हम कोशिश करेंगे कि इस आर्टिकल के द्वारा आपको database के बारे में सारी जानकारी उपलब्ध करा सके। और आपके मन में आए सभी सवालों का जवाब दे सके।
इसमे हम जानेंगे database kya hai? ,database ke fayde or nuksan ,database ke type।
Database kya hai (What is Database in Hindi)
1960 के दशक में पहला कंप्यूटर आधारित डाटाबेस charles bachman ने तैयार किया था। जो हमारी इंफॉर्मेशन और data के समूह को सुरक्षित जगह में रखता है। जिसे हम जरूरत पड़ने पर आसानी से ढूंढ कर इस्तेमाल कर सकते हैं।
Database को हम DBMS की सहायता से अपने data को manage कर सकते हैं। ताकि उस data की जब भी हमें जरूरत पड़े तो कहीं भी किसी भी समय आसानी से हम उसको उपयोग में ला सकें।
आजकल के इस दौर में database को manage करना उतना ही जरूरी हो गया है, जितना कि एक फोन को चार्जिंग पर लगाना, जैसे हम बिना चार्जिंग के फोन को नहीं चला सकते। उसी प्रकार हम data को manage करें बिना उसे यूज करना बेहद मुश्किल हो जाता है, क्योंकि आजकल सभी काम ऑनलाइन होते जा रहे हैं। और इसी कारण हमें data को अच्छी तरह मैनेज करना जरूरी हो गया है।
Database के प्रकार
#1 Network database:
इस प्रकार के database को रिकॉर्ड के रूप में दर्शाया जाता है दिखाया जाता है यह एक पैरंट की बजाए एक से अधिक पैरंट को अनुमति देता है
#2 Relational database:
यह database structural database के रूप में जाना जाता है। इस database को अलग-अलग टेबल के रूप में बनाया जाता है। और ये टेबल एक दूसरे से जुड़ी होती है। जिसे आसानी से ढूंढा जा सकता है।
#3 Target oriented database:
यह database प्रोग्रामिंग पैटर्न पर आधारित है।
Database ke fayde (Benefits of Database):
आपने ऊपर आर्टिकल में पढा है, की database हमारी बहुत बड़ी जरूरत बनता जा रहा है। क्योंकि आजकल की life एक digital life बनती जा रही है। इसी बीच बिना database के हमारा काम बहुत मुश्किल हो जाता है।
तो अब हम database ke fayde के बारे में जानेंगे और database ke fayde से आपको अवगत करवाएंगे। ताकि आप भी database का महत्व समझ सके।
- Database में हम DBMS दोबारा सिक्योरिटी प्रदान की जाती है। जिससे हम हमारे data को एक सुरक्षित जगह पर रख कर सकते हैं। ताकि हमारा data कोई दूसरा व्यक्ति ना ले सके।
- इसके द्वारा हमें अपना data flexibility और service मिलता है, जिससे की user data को आसानी से प्राप्त कर पाता है। क्योंकि data flexibility और service होता है।
- Database को कम पैसों में बनाया और manage किया जा सकता है।
- Database के कारण अपना खोया हुआ data और इंफॉर्मेशन को दोबारा प्राप्त कर सकते हैं। सिस्टम में क्रैश होने के बाद भी हम अपने data को फिर से ला सकते हैं। क्योंकि यह data को अपने अंदर safe रखता है।
Database ke Nuksan (Demerits of Database):-
जहां database के बहुत सारे फायदे ही फायदे हैं वहीं पर इसके कुछ नुकसान भी है जो कि इस प्रकार है।
- Database में अगर ज्यादा स्टोरेज या जल्दी काम करने के लिए अधिक पैसे लगते हैं।
- अगर database के मल्टीपल यूजर हो तो यह ज्यादा एक्सपेंसिव हो जाता है, जोकि आम लोगों के लिए नुकसान की बात है।
- कंप्यूटर सिस्टम के database मैं data को दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर करना कठिनाइ का काम है। कई बार इसमें बहुत ज्यादा समय भी लग जाता है।
- Database के स्टाफ को ट्रेनिंग देने में बहुत ज्यादा खर्चा आ जाता है।
FAQs:
जैसा कि आपने हमारे आर्टिकल में ऊपर पड़ा है। की Database kya hai? Database ke fayde Database ke Nuksan, इन सभी की जानकारी हमने ऊपर आर्टिकल से दे दी है। यदि फिर भी आपके मन में कोई सवाल है। तो हम उसका हल देने की कोशिश करेंगे।
Q1) क्या database में हमें सिक्योरिटी मिलती है?
हां , Database में हमें सिक्योरिटी मिलती है, जिससे हम अपने data को safe रख सकते हैं।
Q2) क्या Database में हम अपना पर्सनल डाटा स्टोर कर सकते हैं?
हां , हम अपने पर्सनल data या किसी भी प्रकार के data को database में स्टोर कर सकते हैं।
Q3) क्या हम database का use बिजनेस improvement के लिए कर सकते हैं?
हां , हम database का use बिजनेस improvement के लिए कर सकते हैं।
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Conclusion:
हम इस आर्टिकल के द्वारा Database kya hai? Database ke Fayde, Database ke type, Database ke Nuksan आदि की पूरी जानकारी आप तक पहुंचा चुके हैं। आपको तो पता ही है कि database हमारी लाइफ का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। जिसे हम अपनी पर्सनल लाइफ और बिजनेस में भी यूज़ में कर सकते हैं, इसे समझना आपके लिए और भी ज्यादा जरूरी है, ताकि आप इसका उपयोग अच्छे से कर सके।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, आपको इसे पढ़कर अच्छा लगा होगा, यदि आपको इससे जरा सी भी मदद हुई है, तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें, ताकि उन्हें भी इसके बारे में जानकारी मिल सके।
धन्यवाद।