नमस्कार दोस्तों, आज के हमारे इस आर्टिकल में हम Router in Hindi के बारे में बात करने वाले हैं। राउटर एक प्रकार से ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है। जो वायर के साथ या फिर वायरलेसके साथ काफी सारे कंप्यूटर नेटवर्क को एक दूसरे से कनेक्ट करता है।
राउटर की सहायता से ही एक कंप्यूटर नेटवर्क को इंटरनेट से कनेक्ट कर पाता है। क्या आप जानते हैं कि Router क्या है? और Router के प्रकार? अगर आपको इसके बारे में नहीं पता है, तो आपको घबराने की बिल्कुल भी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि हम आपको बिल्कुल सरल शब्दों में Router के बारे में बताएंगे।
आज का हमारा आर्टिकल आप सभी के लिए बहुत ही ज्यादा आवश्यक हो सकता है। इसमें हम Router के कार्य तथा Router के Components in Hindi, Router के फायदे के बारे में भी चर्चा करने वाले हैं तो चलिए सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि Router क्या है?
Router एक ऐसा नेटवर्किंग डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल बहुत सारे नेटवर्क को एक साथ कनेक्ट करने के लिए किया जाता है। यह OSI (Open Systems Interconnection) निर्देश के तीसरे स्तर का डिवाइस है।
जिसका इस्तेमाल अलग-अलग रूट तक पहुंचाने और उनका पता लगाने के लिए किया जाता है। इसी के साथ ही यह द्वितीय स्तर के अलग-अलग डिवाइस के बीच एक पुल का कार्य भी करता है।
राउटर में एक ऐसा सॉफ्टवेयर लगाया जाता है जिसकी सहायता से डाटा को एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में बिल्कुल सरल तरीके से भेजा जा सकता है। Router के द्वारा ही यूज़र को इंटरनेट की सुविधा प्राप्त हो जाती है। यानी इसका इस्तेमाल यूजर के द्वारा इंटरनेट को एसएस (Access) करने के लिए किया जाता है।
Router एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में डाटा को डाटा पैकेटस की फॉर्म में ट्रांसफर करता है। वर्तमान समय में इंटरनेट पर जितना भी डाटा है। वह सारा डाटा पैकेट के रूप में उपस्थित है। सबसे पहले राउटर डाटा पैकेटस् को एनालाइज करता है और उसके बाद इनको प्रोसेस करता है। तो चलिए अब हम Router के प्रकार? जान लेते हैं।
Router चार प्रकार के होते हैं –
Wireless Router की रेंज 150 से लेकर 300 के करीब होती है। इसका प्रयोग मोबाइल और लैपटॉप जैसे बहुत सारे डिवाइसों को Wi-Fi Connectivity प्रधान करवाने के लिए किया जाता है। जिसके द्वारा योग करता उपयोगकर्ता बिल्कुल आसानी से इंटरनेट का इस्तेमाल कर पाए।
Core Router का प्रयोग IPSs (Internet Service Providers) के द्वारा किया जाता है। यह एक प्रकार से ऐसा राउटर होता है। जो कि नेटवर्क के अंदर डाटा को ट्रांसमिट करता है। इसका इस्तेमाल सभी प्रकार के नेटवर्क डिवाइसेजको इंटरनेट से कनेक्ट करने के लिए किया जाता है।
इस राउटर को ब्रॉडबैंड मॉडम और DSL (Digital Subscriber Line) मॉडर्न भी कहा जाता है। इसका प्रयोग कंप्यूटर को हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा देने के लिए किया जाता है। इसी के साथ इसका उपयोग VOIP (Voice Over IP Technology) के लिए भी किया जाता है। ब्रॉडबैंड राउटर की सहूलियत ISP के द्वारा प्रदान की जाती है।
Brouter एक ब्रिज और राउटर से मिलकर बना होता है। Brouter ब्रिज की सहायता से डाटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ट्रांसफर करने की सेवाएं प्रदान करता है।
Router के फायदे जानना आपके लिए बहुत आवश्यक है। तो चलिए हम इनके बारे में नीचे कुछ पॉइंट्स के माध्यम से बात करते हैं।
1️⃣ Wired और Wireless दोनों विकल्पों की सहायता से उपयोगकर्ता बिल्कुल सरल तरीके से इंटरनेट को एक्सेस कर पाता है।
2️⃣ सुरक्षा (Security) की सुविधा राउटर काफी बेहतरीन तरीके से करते हैं और यह यूजर के डाटा को सुरक्षा प्रदान करते हैं। जिससे यूजर का डाटा पूरी तरह से सुरक्षित रह पाता है।
3️⃣ Router बहुत ही ज्यादा reliable होते हैं। अगर किसी भी कारण से राउटर का सर्वर डाउन हो जाता है। तो या फिर cable में किसी भी तरह की खराबी आ जाती है। तो राउटर और इसके दूसरे नेटवर्क में इसका कोई भी बुरा असर नहीं पड़ता है।
3️⃣ Router का मुख्य कार्य कनेक्शन होता है। इसकी सहायता से यूजर इंटरनेट कनेक्टिविटी हासिल कर पाता है और इसी वजह से यूजर आसानी से डाटा को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर कर पाता है।
4️⃣ यह Flow control तथा Traffic isolation की सुविधा भी देता है।
5️⃣ Router collision domain तथा broadcast domain को अपने आप ही क्रिएट कर लेता है। जिससे यह नेटवर्क के ट्रैफिक को कम कर पाता है।
तो चलिए Router के कार्य के बारे में चर्चा करते हैं –
1️⃣ Router एक Default Gateway की तरह कार्य करता है।
2️⃣ Network के दौरान रूट बनाने का कार्य करता है।
3️⃣ Router डाटा को सेंडर से रिसीवर तक पहुंचाने में काम करता है।
4️⃣ राउटर दो नेटवर्क को जोड़ने का काम करता है।
5️⃣ Packets को उनके डेस्टिनेशन तक पहुंचाने के लिए सरल तथा छोटे रास्ते को ढूंढ निकालने का काम करता है।
6️⃣ Router हमेशा Loop Free path बनाने का काम करता है।
7️⃣ Router प्रोटोकॉल लेन-देन में सहायता करने का काम करता है।
8️⃣ राउटर LAn को ब्रॉडकास्ट करने से रोकने का काम करता है।
Router में मुख्य तौर पर दो प्रकार के components होते हैं –
हमने आपको हमारी तरफ से Router क्या है? और Router के प्रकार तथा Router के Components, Router के कार्य और इसी के साथ Router के फायदे के बारे में बेहद सरल शब्दों में जानकारी देने की कोशिश की है।
आशा करते हैं, कि आपको यह जानकारी समझ आ गई होगी। और भविष्य में अगर आप Router का इस्तेमाल करते हैं। तो आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए बेहद आवश्यक होगी।
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यदि आपको इस लेख में किसी भी प्रकार की परेशानी आ रही है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं, हम आपके सवाल का जवाब जल्दी से जल्दी करेंगे।
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