नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम करेंगे कि What is Sitemap in SEO (Sitemap क्या होता है. और ये website के लिए क्यों जरूरी है ?
What is Sitemap (साईट मैप क्या है) ?
According to Google, साईट मैप एक लिस्ट है. आपके Website या Blog की जिसमे आपके वेबसाइट के सारे pages को लिस्ट करता है।
यदि आप अपने Website के pages को साईट मैप में include नहीं करते तो Google का Search Engine खोज नहीं पाता।
इसीलिए यदि Submit कर देते है तो Google को अपने Website के अस्तित्व के बारे में पता चलता है।
साईट मैप का काम किसी भी Website या Blog के पेजेज को Search Engine तक पहुंचता है और ये भी बता देता है. कि वेबसाइट में किस प्रकार के Content है।
Sitemap का On Page SEO में बहुत ही खास रोल होता है. sitemap को सबमिट करने से organic ranking improve होती है. जो भी नए bloggers होते है और ब्लॉग बनाना स्टार्ट करते है तो इसके बारे में पता होना जरूरी है कि साईट मैप क्या है?
साईट मैप एक तरह का फाइल है जिसका extension .xml होता है. ये एक ऐसी फाइल जिसमे आपके वेबसाइट या ब्लॉग के posts और pages की details होती है.
इसमें आपको ये पता लगेगा कि पोस्ट को kb लिखा गया है और पोस्ट को kb update किया गया है. ये सब कुछ सर्च इंजन का काम है.
सर्च इंजन जितने भी है जैसे कि google, yahoo, bing इत्यादि सबको help मिलती है. इससे आपको ये फायदा है कि search engine आपके blogs pages,posts और images आदि के links को जल्दी index करता है.
Sitemap को मैं एक example के according समझा रहा हूँ
- जिस प्रकार book के पहले page पर पूरी book का एक index बना होता है ताकि आप अपने lesson के अनुसार उस book को read कर सके. ठीक उसी प्रकार साईट मैप भी ब्लॉग का index होता है जिसमे ब्लॉग के सभी pages, posts के लिंक होते है.
यदि आपको अपनी वेबसाइट के लिए साईट मैप create करना है तो निचे मैंने वेबसाइट के नाम बताये हुए है. लेकिन हर वेबसाइट के लिए साईट मैप का होना बहुत ही जरूरी है.
Why Create Sitemap (Sitemap Create करना क्यों जरूरी)?
sitemap को create करना इसीलिए जरूरी है कि google आपके वेबसाइट के सभी pages को google में index कर सके.
- Google के crawlers आपको वेबसाइट के डाटा को या इनफार्मेशन को collect कर सके.
- जो नए साईट create करते है या नए blogger, उनको तो साईट मैप का बहुत ही benefits है.
- New वेबसाइट पर पोस्ट में ज्यादा backlinks तो नही मिलते इसलिए google को या सर्च इंजन को सभी pages को find करना थोडा सा मुश्किल होता है.
- साईट मैप create करने से आपकी वेबसाइट की organic ranking बढ़ेगी.
- साईट मैप की help से Search Engine आपकी वेबसाइट को बहुत अच्छे तरीके से जान पाते है.
But इससे आप ये न समझ लेना कि साईट मैप से वेबसाइट की ranking increase होगी.
जो पुरानी websites होती है उनमे सभी posts index होते है इसलिए google या सर्च इंजन उनको बढ़ी easily crawl कर लेता है. जैसे जैसे वो पोस्ट को update करेंगे तो सर्च इंजन को भी ये चीज़ पता चलती रहती है.
Search Engine कैसे ढूंढ़ता है साईट मैप को
जब भी हम अपनी वेबसाइट पर एक नयी पोस्ट डालते है. मतलब उसको पब्लिश करते है तो उसका Ping, Search Engine के पास पहुंच जाता है. जिससे उसको ये पता चलता है. कि उस वेबसाइट के साईट मैप में changes है।
Types of Sitemaps (साईट मैप कितने टाइप का होता है?)
-
HTML Sitemap
-
XML Sitemap
HTML साईट मैप
एक ऐसा Map जो कि वेबसाइट की पूरी इनफार्मेशन रखता हो इसकी हेल्प से कोई भी यूजर आसानी से चीज़ प्राप्त कर सकते है. ऐसा इसीलिए क्योंकि एक वेबसाइट में हजारो Web Pages होते है. जिससे कोई भी कुछ ढूढ़ना बहुत मुश्किल हो जाता है. तो इसीलिए साईट मैप से ये काम आसान हो जाता है।
XML साईट मैप
Basically XML एक Language है जो इनफार्मेशन को स्टोर करती है। xml का जो फॉर्मेट होता है. उसे हम नहीं समझ सकते लेकिन Search Engine बड़ी आसानी से समझ लेते है. इसीलिए XML साईट मैप को सर्च इंजन के लिए ही डिज़ाइन किया गया है।
- Index साईट मैप
- URL साईट मैप
- साईट मैप for Web pages
- Image साईट मैप
- Video साईट मैप
Image Sitemap
Image साईट मैप भी जरूरी है यदि आप ये चाहते है कि आपकी वेबसाइट में जितनी भी images है वो भी google में index हो जाये. और google के google इमेज search box में show करे. तो आप images की इनफार्मेशन उसी साईट मैप में include कर सकते है.
Video Sitemap
Video साईट मैप का हम अलग से भी साईट मैप बना सकते है या फिर existing साईट मैप में भी विडियो की इनफार्मेशन दे सकते है बस आपको ध्यान रखन है कि google सिर्फ इन्ही विडियो format को crawl कर सकते है जैसे mp4, mpeg, wmv,m4v,swf,flv,asf,ra,mpg.
कुछ बातें ध्यान रखने वाली –
- किसी भी URL का maximum length 2048 characters होना चाहिए।
- एक साईट मैप में 50000 तक URLs रख सकते है।
- साईट मैप का maximum फाइल साइज 50 MB होता है।
यदि साईट मैप ज्यादा बड़ा है तो उसको हम बाँट सकते है. मतलब Multiple साईट मैप में कर सकते है. जिसके लिए आपको साईट मैप इंडेक्स फाइल add करना पड़ेगा।
How to Create Sitemap (Sitemap कैसे Create करते है?)
साईट मैप को create करने के लिए यदि आप wordpress का प्रयोग कर रहे है तो Yoast SEO या फिर RANK Math plugin की help से साईट मैप generate हो जाता है. मेरी इस वेबसाइट का भी साईट मैप rankmath plugin की help से generate हुआ है.
But यदि आप blogspot प्रयोग कर रहे है और ब्लॉग के लिए साईट मैप generate करना है. तो निचे कुछ steps बताये है जिसकी help से आप अपने blogspot का साईट मैप generate कर सकते है.
Blogspot ब्लॉग के लिए Sitemap कैसे बनाये?
- सबसे पहले साईट मैप Generator (https://www.xml-sitemaps.com) पे जाना है but यदि आपको साईट नही पता तो आप google में साईट मैप Generator लिखकर सर्च कर सकते है.
- फिर आपने ब्लॉग का URL enter करे. जैसे topbloggerkey.blogspot.com मेरा ब्लॉग है वैसे ही अपने ब्लॉग का url डाले.
- फिर start बटन पर क्लिक करें.
- क्लिक करने पर process होगा. process कम्पलीट होने पर आपके ब्लॉग का sitemap ready हो जायेगा.
उसके निचे एक बटन होगा जिसपे साईट मैप download का option दिखाई देगा उसपर क्लिक करके sitemap download कर ले.
अब आपको साईट मैप Google search Console पर जाकर Submit करना होगा.
Sitemap Validate
जब भी हमने अपने साईट मैप सबमिट करना हो तो उससे पहले एक बार Validate कर ले कि ये Error Free या नहीं। वैसे आपको इंटरनेट पर बहुत सारे tools मिल जायेंगे. जिसे आप अपने साईट मैप पर validate कर सके।
लेकिन आप XML साईट मैप को test करने के लिए Google Webmaster Tools का इस्तेमाल कर सकते हो. जिसके लिए add/test साईट मैप button पर क्लिक करना होगा।
Search Engine को inform करें
साईट मैप को validate करने के बाद अब उसे सर्च इंजन में सबमिट करें। साईट मैप Add करने के लिए आपको गूगल में साईट मैप का URL पेस्ट करना पड़ेगा और Bing के लिए Bing Webmaster Tools का इस्तेमाल करें।
यदि आप अपनी वेबसाइट का साईट मैप generate करना चाहते है तो आप निचे दिए लिंक पर क्लिक करके generate कर सकते है –
मुझे उम्मीद है कि आपको साईट मैप के बारे में पता चल गया होगा कि ये अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के लिए कितना जरूरी है. अगर हम चाहते है कि हमारी वेबसाइट का पेज मिस न हो तब आपको इसका जरूर प्रयोग करना चाहिए।
दोस्तों, यदि आपको ये पोस्ट अच्छा लगे तो प्लीज share करना न भूले. और यदि आपको इस पोस्ट से related या फिर किसी और technical फील्ड में problem है तो आप हमे comment या contact कर सकते है.
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